अधर्म – पाप, अनाचार, अनीति, अन्याय, अपकर्म, जुल्म, । यात्रा – सफर, गमन, तीर्थाटन, प्रयाण, प्रस्थान। उधार दिए हुए धन को हम ऋण या क़र्ज़ कहते �
अधर्म – पाप, अनाचार, अनीति, अन्याय, अपकर्म, जुल्म, । यात्रा – सफर, गमन, तीर्थाटन, प्रयाण, प्रस्थान। उधार दिए हुए धन को हम ऋण या क़र्ज़ कहते �